भारतीय अर्थवयवस्था 6(आखरी भाग)



‘वेल्थ ऑफ़ नेशन’ पुस्तक के लेखक:-एडम स्मिथ

“इंडिया इज फॉर सेल” पुस्तक के लेखक है:-चित्रा सुब्रमण्यम

“पॉलिटिक्स ऑफ़ चरखा” पुस्तक के लेखक:- जे बी कृपलानी

“पोवेर्टी एंड अनब्रिटिश रुल इन इंडिया” पुस्तक:-दादा भाई नारौजी

“भारत के लिए नियोजित अर्थवयवस्था” पुस्तक :- ऍम विश्वरैया

“फ्री ट्रेड टुडे” पुस्तक :-जगदीश भगवती

“एशियन ड्रामा” पुस्तक:-गुन्नार मिर्डल

“दास कैपिटल(पूंजी)” पुस्तक:-कार्ल मार्क्स

वाणिज्यिक पत्रिका “वाणिज्य” का प्रकाशन होता है:-मुम्बई से

“योजना” पत्रिका का प्रकाशन:- सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा

कृषि बैंक:-कृषि कार्य के लिए वित्त की व्यवस्था करने वाले बैंक

बफ़र स्टाक:-भविष्य में होने वाली किसी वस्तु की कमी को पूरा करने के लिए वस्तु का भण्डार तैयार करना

टैक्स हैवन:-वह देश जंहा विदेशी निवेशको से बहुत कम दर पर आय कर और निगम कर वसूला जाता है

वैबलेन प्रभाव:-ऐसी स्थिति जिसमे उपभोक्ता उस वस्तु की कीमत के आधार पर उसकी गुणवत्ता निर्धारित करता है

ब्रेन ड्रेन:-विकासशील देशो से दक्ष,कार्य-निपुण तथा प्रशिक्षित मानवीय शक्ति का विकसित देशो की ओर बहाव “ब्रेन ड्रेन” कहलाता है.

ब्रिज लोन:-किसी परियोजना या प्रोजेक्ट की अस्थायी वित्त व्यवस्था

ग्रीन टैक्स:- प्रदुषण तथा अन्य अवांछित वस्तुए जिनसे पर्यावरण को नुकसान होता है,उन पर सरकार को कर लगाती है उसे ग्रीन टैक्स कहते है

कर अपवंचन:-आय छिपाने जी वह प्रक्रिया,जिसमे कर अदायगी को अवैध रूप से बचा लिया जाता है

निर्धनता जाल:-यह अर्थवयवस्था की ऐसी आर्थिक स्तिथि होती है,जिसमे वंहा की जनता रोजगार की तलाश बन्द\ कर देती है,क्योकि रोजगार से प्राप्त आय उन्हें प्राप्त सामाजिक आय से कम होती है,

राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी एक्ट(NREGA) का आरम्भ:-2 फ़रवरी,2006 से आंध्रप्रदेश के बंदापाली ग्राम से

आरम्भ में नरेगा (NREGA) योजना कितने जिलो में लागू की गई थी:-200 जिलो में

नरेगा योजना को पूरे देश में लागू किया गया:-1 अप्रैल 2008 से

नरेगा का ‘मनरेगा’(MNREGA) किया गया:-2 अक्टुबर,2009 को

हिन्दू वृद्धि दर:-हिन्दू वृद्धि दर भारत की राष्ट्रीय आय अथवा भारतीय अर्थवयवस्था की वास्तविक 

वृद्धि दर से सम्बंधित है:-इसके प्रतिपादक प्रो राज करसन थे

भारतीय रेलवे के जोन:-17

“प्रोजेक्ट ऐरो” का सम्बन्ध है:-डाकघर के विकास से

RBI के प्रथम गवर्नर थे:-सर ओसबोर्न स्मिथ

अर्थव्यवस्था से सम्बंधित विविध क्रांतिया:-

नीली क्रांति:- मतस्य(मछली) के उत्पादन

श्वेत क्रांति:- दुग्ध उत्पादन

पीलि क्रांति:-तिलहन उत्पादन

काली क्रांति :-पेट्रोलियम उत्पादन

गोल्डन क्रांति:- शहद उत्पादन/समस्त बागवानी उत्पादन

गुलाबी क्रांति:- प्याज/ओषधि/झींगा उत्पादन  

लाल क्रांति:- मांस/टमाटर उत्पादन

सदाबहार क्रांति:-कृषि का समस्त विकास

स्वर्ण फाइबर क्रान्ति:-जुट उत्पादन

ग्रे क्रांति:- उर्वरक उत्पादन

सिल्वर फाइबर क्रांति:-कपास उत्पादन/अंडा उत्पादन






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