Famous Personalities of Indian Freedom Movement 7

गोविन्द बल्लभ पन्त 1889-1961
  • वह राष्ट्रवादी नेता थे उन्होंने स्वराज्य की स्थापना पर बल दिया तथा सभी गांधीवादी आंदोलन में भाग लिया, विशेषकर सविनय अवज्ञा आंदोलन में।
  • गोविन्द बल्लभ पन्त ने यू.पी. में कृषि सुधार के लिए पंत रिपोर्ट पेश की 1927 में वह यू.पी. के मुख्यमंत्री बने तथा स्वतंत्रता पश्चात् वह राज्य के मुख्य मंत्री बने तथा जमींदारी प्रथा का उन्मूलन किया।
  • भारत के गृह मंत्री के रूप में उन्होंने राज्य पुनर्गठन में सहयोग किया।
एनी बेसंट 1847-1933
  • एनी बेसंट एक आयरिश महिला थीं तथा उनका भारत आगमन 1893 में थियोसोफिकल सोसाइटी के सदस्य के रूप में हुआ।
  • वह भारत की प्राचीन सम्यता से प्रभावित थीं।
  • एनी बेसंट ने उच्च शिक्षा के प्रसार हेतु कार्य किया तथा केंद्रीय हिंदू स्कूल व कॉलेज की स्थापना की, जो बाद में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय बना।
  • उन्होंने गीता की अनुवादित पुस्तक लोट्स सांग, का भी प्रकाशन किया।
  • एनी बेसंट ने कांग्रेस में उस समय भाग लिया, जब संस्था मुशिकल में थी। उनके प्रयासों से उग्रपंथी कांग्रेस में वापस आए।
  • सितंबर 1916 में उन्होंने होम रूल लीग की स्थापना की तथा इसकी शाखाओं को भारत के अनेक भागों में स्थापित किया तथा भारतीयों को होमरूल देने के लिए आंदोलन का संचालन किया।
  • उन्होंने न्यू इंडिया तथा कॉमनवील नामक दो पत्रिकाओं का संपादन किया तथा कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष बनी (1917)।
  • परंतु मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधारों को लेकर गांधी जी के साथ मतभेद होने पर तथा असहयोग आंदोलन की सार्थकता को लेकर गांधी जी से वैचारिक संघर्ष के कारण उन्होंने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया।मेडलिन स्लेड (मीरा बहन) 1892-1982
    • मेडलिन स्लेड एक अंग्रेज महिला थीं।
    • उन्होंने गांधी जी के साबरमती आश्रम (अहमदाबाद) में रहकर सादगी भरा जीवन जीया।
    • गांधी जी उन्हें मीरा बहन के नाम से पुकारते थे तथा वह गांधी जी के राजनीतिक व सामाजिक कार्यों में सहभागी रहीं।
    • खादी तथा सत्याग्रह का प्रचार करने के लिए उन्होंने देश की यात्रा की तथा स्टेट्समैनटाईम्स ऑफ इंडियायंग इंडिया (गांधी जी द्वारा संपादित) में अनेकों लेखों को लिखा।
    • मुलसदपुर में किसानों तथा पशुओं के लिए आश्रम स्थापित करने में वे अग्रणी रहीं।
    • सन् 1959 में भारत छोड़ कर वह वियना आस्ट्रिया में जा बसीं।
    आचार्य जयराम दौलतराम कृपलानी (आचार्य कृपलानी)
    • आचार्य कृपलानी ने अनेक गांधीवादी आंदोलनों में भाग लिया तथा गांधी जी के साथ 1917 में चंपारण का भी दौरा किया।
    • 1929 के लाहौर अधिवेशन में वे पंडित नेहरू के भाषण का विरोध करने वाले नेताओं में से थे।
    • आचार्य कृपलानी ने हिंदुस्तान मजदूर सभा (1938) की स्थापना में भी सहयोगी रहे।
    • भारत की स्वतंत्रता की पूर्व संध्या पर वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे।
    रोमेश चन्द्र दत्त 1848-1909
    • रोमेश चन्द्र दत्त राजनीतिक अर्थशास्त्री थे तथा पहले भारतीयों में से थे जिन्होंने भारतीय सिविल सेवा की परीक्षा (1889) में सफलता प्राप्त की।
    • उन्होंने 1899 के लखनऊ कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की तथा भारत की आर्थिक समस्याओं पर विचार प्रकट किए। ड्रेन ऑफ वेल्थ, गरीबी अकाल तथा भारतीय उद्योगों का ह्रास इत्यादि इन सभी तथ्यों का जिक्र उन्होंने अपनी पुस्तक दि इकोनोमिक हिस्ट्री ऑफ ब्रिटिश इंडिया तथा इंडिया इन विक्टोरियन एज तथा इसके अलावा उन्होंने दि हिस्ट्री ऑफ सिविलाईजेशन इन इंडिया में किया है।
    बाबा राम चन्द्र
    • बाबा राम चन्द्र राष्ट्रवादी तथा किसान नेता थे।
    • उन्होंने मुख्यतः प्रतापगढ़ के क्षेत्र के किसानों के मध्य कार्य किया। असहयोग आंदोलन के दौरान उन्होंने अवध तथा आसपास के क्षेत्रो के किसानों को संगठित किया।
    • वह किसानों को संगठित करने के लिए रामचरितमानस के प्रसंगों का सहारा लेते थे।
    • परंतु उनके अतिवादी विचारों के कारण कांग्रेस से उनका मोह भंग हो गया तथा 1930 के बाद उन्होंने कांग्रेस संगठन से किनारा कर लिया।
    • परंतु वह किसानों के अधिकारों के लिए संघर्षरत रहे तथा जमींदारी उन्मूलन बेदखली के विरुद्ध भूमिकर घटाने संबंधी किसानहित मुद्दों पर कार्य करते रहे।
    मोती लाल नेहरु 1861-1831
    • मोती लाल नेहरु एक सफल वकील थे तथा उन्होंने होमरुल आंदोलन में राष्ट्रीय आंदोलन की शुरुआत की।
    • स्वराज्य तथा होमरुल के विचारों का प्रसार करने के लिए उन्होंने इंडिपेंडेंट पत्रिका की शुरुआत की।
    • जालियांवाला बाग घटना की जांच कार्यवाही में वे कांग्रेस की तरफ से अध्यक्ष नियुक्त किए गए।
    • असहयोग आंदोलन के दौरान उन्होंने वकालत छोड़ दी और उसमें सम्मिलित हुए परन्तु गांधी जी द्वारा आंदोलन बंद कर दिये जाने के कारण उन्होंने सी.आर.दास के सहयोग से सन् 1925 में स्वराज पार्टी का गठन किया।
    • उनका सबसे प्रसिद्ध कार्य था नेहरु कमेटी की रिपोर्टजिसमें उन्होंने भारत के संविधान का प्रारुप तैयार किया था।
    राम मनोहर लोहिया लोहिया 1910-1968
    • राम मनोहर लोहिया लोहिया समाजवादी नेता थे, जिन्होंने आचार्य नरेन्द्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के साथ मिलकर कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन किया (1934) ।
    • 1936 में वह कांग्रेस के विदेश विभाग के प्रमुख नियुक्त हुए तथा इस काल से उन्होंने अनेक विदेशी देशों के साथ बेहतर संबध बनाए।
    • स्वतंत्रता पश्चात् वे गोवा में राजनीतिक आन्दोलन चलाने में अग्रणी रहे।
    • वह चाहते थे कि हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया जाए।
    आनंद मोहन बोस
    • वह 1876 में निर्मित इंडियन एसोसियेशन के संस्थापक सचिव थे तथा ऑल इंडिया कांफ्रेंस के सक्रिय सदस्य रहे। इस संस्था को कांग्रेस की पूर्व संस्था की एक महत्वपूर्ण कड़ी माना जाता है (1883)।
    • सुरेन्द्र नाथ बनर्जी के सहयोग से उन्होंने; वर्नाकुलर प्रेस एक्ट, इलबर्ट बिल, आदि मुद्दों पर विरोध प्रकट किया तथा सिविल सेवा के लिए आयु घटाने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
    • वह कांग्रेस के 1898 मद्रास अधिवेशन के अध्यक्ष भी रहे।
    • आनंद मोहन बोस ब्रह्म समाज के साथ भी संबद्ध रहे तथा साधारण ब्रह्म समाज के वह पहले अध्यक्ष चुने गए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

THE UNIVERSE MODELS OF UNIVERSE

Geocentric Model   – The term “geocentric” means “earth–centered”. The geocentric model claimed that Earth was the center of the cosmos....